Centre News Express (23 August Desraj)
कंगना रनौत की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर पंजाब में सिख संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। यह फिल्म 6 सितंबर को देशभर में रिलीज होने वाली है, लेकिन इससे पहले ही सिख समुदाय ने इस पर आपत्ति जताई है। जालंधर के एमबीडी मॉल स्थित पीवीआर में सिख तालमेल कमेटी और अन्य सिख संगठनों ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कमेटी के तजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, और हरप्रीत सिंह नीटू का कहना है कि फिल्म में सिख समुदाय के बारे में गलत बातें दिखाई गई हैं, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जालंधर में कंगना रनौत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, एसीपी स्पेशल ब्रांच बरजिंदर सिंह ने बताया कि पीवीआर मॉल के पदाधिकारियों ने फिल्म को रिलीज न करने का आश्वासन दिया है।
अकाल तख्त का संज्ञान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी इस विवाद का संज्ञान लिया है. उन्होंने कंगना रनौत की आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को अलगाववादी के रूप में दिखाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. जत्थेदार ने एक बयान में कहा कि सिख समुदाय अपनी शहीदों की नकल को फिल्मों में बर्दाश्त नहीं कर सकता. उन्होंने यह भी कहा कि इस फिल्म में सिखों को नकारात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो कि अस्वीकार्य है.
सेंसर बोर्ड से पहले SGPC को दिखाना था – हरसिमरत कौर
शिरोमणि अकाली दल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी कंगना रनौत पर सिख विरोधी होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास करने से पहले शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को दिखाया जाना चाहिए था. हरसिमरत कौर ने कहा कि फिल्म में जिन दृश्यों पर आपत्ति जताई गई है, उन्हें हटाया जाना चाहिए.