CENTRE NEWS EXPRESS (26 JUNE DESRAJ)
हिमाचल प्रदेश में मानसून (Monsoon) की एंट्री के साथ ही प्रकृति ने इस पहाड़ी राज्य पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद हाहाकार मच गया है। हिमाचल में कुल्लू और धर्मशाला में पांच जगह बादल फटने के बाद आए सैलाब से 3 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 21 लोग लापता हो गए हैं। बंजार, सैंज कुल्लू, मणिकर्ण से लेकर मनाली तक जिले में विभिन्न स्थानों पर बादल फटने और अचानक आई बाढ़ की घटनाएं सामने आई हैं। सैलाब में से कई घर, एक स्कूल भवन, संपर्क सड़कें और छोटे पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच बुधवार को मौसम ने कहर मचाया। कुल्लू जिले में चार जगह सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्नो गैलरी और बंजार के होरनगाड़ और धर्मशाला के खनियारा की मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी तबाही मची।
कुल्लू में आठ गाड़ियां, 10 पुलिया और एक बिजली प्रोजेक्ट बह गया। सैंज के रैला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग बह गए। कांगड़ा जिले में मनुनी खड्ड से दो शव बरामद किए गए, जबकि इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास एक श्रमिक कॉलोनी में रह रहे लगभग 15-20 श्रमिकों के खनियारा मनुनी खड्ड में जल स्तर बढ़ने के कारण बह जाने की आशंका है।
कुल्लू जिले में चार जगह सैंज, बंजार, गड़सा व मनाली में बादल फटने के कारण आई बाढ़ की चपेट में तीन लोग बह गए, जबकि दो वाहन, एक पुल, चार मकान, एक पशुशाला व एक अस्थायी दुकान क्षतिग्रस्त हो गई। बादल फटने से मनाली के अटल टनल मार्ग पर स्नो गैलरी के पास बाढ़ आ गई। बंजार के हुरनगाड क्षेत्र में बाढ़ से बंजार-बठाहर सड़क पर बना छोटा पुल तथा वाहन बह गया। चैहणी में कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचा है।
मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में 12 से अधिक वाहन फंसे
सैंज बाजार रोड क्षतिग्रस्त हुआ है तथा जीप बह गई। सियूंड मार्ग पर बनी अस्थायी दुकान बह गई। सैंज घाटी के रैला बिहाल क्षेत्र में बादल फटने से चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस घटना में तीन लोगों के बहने की सूचना है। बाढ़ आने पर मकान से सामान निकालते समय नंद राम, पुत्री यान दासी व रिश्तेदार मूर्ति देवी बह गए। जीवानाला में एक मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट पानी की चपेट में आया। मणिकर्ण घाटी के ब्रह्मगंगा नाले में बाढ़ से 12 से अधिक वाहन फंस गए।
बंजार में कार्यक्रमों में शामिल होने आए कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार व तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी का रास्ता भारी वर्षा ने रोक दिया। चंद्र कुमार बंजार में रुके हैं जबकि राजेश धर्माणी विश्व धरोहर उत्सव-2025 में शामिल नहीं हो पाए। लाहुल स्पीति जिले में जाहलमा नाले में बाढ़ से चंद्रभागा का जलस्तर बढ़ गया है। नदी पर बनी कृत्रिम झील से पानी निकलना शुरू हो गया है, जिससे निचले क्षेत्रों में जलभराव व भूमि कटाव का खतरा बढ़ गया है। जसरथ गांव को जोड़ने वाला झूला पुल बह गया है।
धर्मशाला में 10 से अधिक मजदूर बहे
उधर, धर्मशाला के समीप खनियारा में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ में निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 10 से अधिक मजदूरों की बहने की सूचना है। अभी तक दो लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं और रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है। सैंज घाटी के शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायत क्षेत्रों में 150 से अधिक पर्यटक वाहनों के साथ 2,000 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। सिउंड के पास मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हें क्षेत्र से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। लाहौल में भी 25 पर्यटक फंसे हैं।



