Centre News Express (5 July Desraj)
भारतीय शेयर बाजार में बंपर तेजी का दौर जारी है। गुरुवार (4 जुलाई) को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स Sensex 80 हजार से ऊपर कारोबार कर रहा है। इसने एक दिन पहले ही बुधवार को इंट्रा-डे ट्रेड्स के दौरान अहम मील का पत्थर हासिल किया था। बता दें कि सेंसेक्स ने आखिरी 10,000 अंक का उछाल 7 महीने (139 ट्रेडिंग सेशन) दर्ज किया है। 11 दिसंबर 2023 को Sensex 70,000 प्वाइंट के लेवल पर था। यह सेंसेक्स की सबसे तेज 10 हजार अंकों की रैली है।
निफ्टी-सेंसेक्स में जारी है उछाल
उधर, ब्रॉडर निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी उल्लेखनीय ग्रोथ रिकॉर्ड की है। 4 जुलाई को दोपहर 12.30 बजे Nifty करीब 60 अंकों की तेजी के साथ 24350 के आसपास अपने ऑलटाइम हाई पर ट्रेड करता नजर आया। सेंसेक्स बुधवार को 545.35 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ था। बढ़त का सिलसिला जारी है और गुरुवार को भी सेंसेक्स करीब 80,300 पर खुला।
Sensex ने 2006 में पहली बार 10 हजार का स्तर छुआ
सेंसेक्स ने जनवरी 1986 में लॉन्च होने के बाद कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। इसने 6 फरवरी, 2006 को इंट्राडे डील के दौरान पहली बार 10 हजार का स्तर पार किया था। 5 नवंबर 2007 को यह 20,000 तक पहुंचा। इसके बाद 5 जुलाई 2019 को 40,000 का आंकड़ा हासिल किया। गौर करने वाली बात ये है कि सेंसेक्स ने 40,000 से 80,000 तक का सफर सिर्फ 5 साल में पूरा किया। जो भारतीय शेयर बाजार की ग्रोथ को दर्शाता है।
आखिर क्यों आई बाजार में तेजी?
- प्रमुख घरेलू इंडेक्स में इस उछाल की मुख्य वजह लार्ज कैप स्टॉक्स खासतौर से फाइनेंशियल सेक्टर में तेजी है। एचडीएफसी बैंक के शेयरों में उल्लेखनीय बढ़त हुई है, जो एमएससीआई के अगस्त रिव्यू के बाद एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स में इसके वेट में ग्रोथ की उम्मीद से प्रेरित था। इसके साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज और अन्य बैंकिंग स्टॉक्स में प्रॉफिट ने बाजार में पॉजिटिव माहौल दिया है।
- बाजार की बंपर तेजी में सरकारी नीतियों में निरंतरता की उम्मीदें, हाई इकोनॉमिकल डेवलपमेंट का पूर्वानुमान और मजबूत घरेलू फंड खरीद शामिल हैं। इन फैक्टर्स ने निवेशकों के बीच बुलिश माहौल तैयार किया है, जिससे इंडेक्स नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए।
- दूसरी ओर, सपोर्टिव ग्लोबल डेटा और देश में मानसून की प्रगति ने निवेशक के प्रति भरोसा बढ़ाया है। इक्विटी मार्केट में जारी उछाल के बीच फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स म्यूचुअल फंड निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार के जोखिम भरे हिस्सों में अहम निवेश से बचने की सलाह दे रहे हैं।