Centre News Express (7 JULY Desraj)
पंजाब (Punjab) के खडूर साहिब सीट से सांसद और खालिस्तान (Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह ने अपनी मां बलविंदर कौर (Balwinder Kaur) को ही चेतावनी दी है। अमृतपाल अपनी मां के खालिस्तान को लेकर दिए गए बयान को सिरे से नकारते हुए जेल से लिखित बयान जारी किया है।
बयान में उसने लिखा है कि खालिस्तान को लेकर उसकी मां ने जो बयान दिया था, उसे खारिज करता हूं। पंजाब में अलगाववादियों के जरिए खालिस्तान के रूप में अलग देश बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है और ये आगे भी जारी रहेगा।
रविवार को (7 जुलाई) अमृतपाल सिंह का बयान भी वायरल हुआ है। इसमें वह कहा, “आज जब मुझे कल माता जी के जरिए दिए गए बयान के बारे में मालूम चला तो मैं बहुत दुखी हुआ। हालांकि मेरा मानना है कि माता जी ने अनजाने में ऐसा कहा है। मेरे परिवार या मेरा समर्थन करने वाले किसी भी शख्स की तरफ से ऐसा बयान कभी नहीं आना चाहिए।
खडूर सांसद ने कहा कि खालसा राज का सपना देखना सिर्फ अधिकार नहीं बल्कि बेहद गर्व की बात है। अनगिनत सिखों ने इस सपने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है और हम इस पवित्र रास्ते से पीछे हटने की कल्पना भी नहीं कर सकते। मैंने अक्सर मंचों से ऐलान किया है कि अगर कभी भी पंथ और मेरे परिवार के बीच चयन करने का सामना करना पड़ा, तो मैं हमेशा बिना किसी हिचकिचाहट के पंथ को चुनूंगा।
मैं स्पष्ट रूप से अपने परिवार को चेतावनी देता हूं कि सिख राज्य की अवधारणा से समझौता करने के बारे में उन्हें सोचना भी नहीं चाहिए। संगत के साथ बातचीत करते समय भविष्य में ऐसी चूक कभी नहीं होनी चाहिए। हालांकि, यहां गौर करने वाली बात ये है कि जब अमृतपाल ने चुनाव लड़ा तो उस वक्त उसने खालिस्तान का जिक्र नहीं किया, बल्कि खुद को ड्रग्स के खिलाफ लड़ने वाले और धार्मिक उपदेश देने वाले शख्स के तौर पर प्रचारित किया।
दरअसल, अमृतपाल की मां बलविंदर ने 5 जुलाई को कहा था कि अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक नहीं हैं। पंजाब के अधिकारों के लिए आवाज उठाना और युवाओं की भलाई के लिए काम करना किसी को खालिस्तान का समर्थक नहीं बनाता है। उन्होंने भारतीय संविधान के दायरे में रहकर चुनाव लड़ाय़ अब उन्होंने संविधान की शपथ भी ले ली है। ऐसे में उन्हें वैसा नहीं बताया जाना चाहिए। वीडियो वायरल होने पर सिख कट्टरपंथियों ने बयान की आलोचना भी की थी।