Centre News Express (27 July Desraj)
देश में हवाई यात्रा और महंगी हो सकती है। वजह यह है कि बेंगलुरू, कोच्चि और अहमदाबाद समेत 16 बड़े एयरपोर्ट पर यूजर डेवलपमेंट फीस यानी यूडीएफ 2% से बढ़कर 223% हो गई है। पटना एयरपोर्ट पर यह फीस 204 से बढ़कर 660 रुपए हो गई है। इससे हवाई किराया 456 रुपए तक बढ़ सकता है।
इंडियन टूरिज्म एसोसिएशन की अध्यक्ष ज्योति मयाल के मुताबिक, एयरपोर्ट के संचालन और रखरखाव के लिए ज्यादा डेवलपमेंट फीस अच्छी है। लेकिन इसका बोझ यात्रियों पर पड़ता है। एविएशन एक्सपर्ट गौरांग शाह कहते हैं कि नए एयरपोर्ट बनने और टियर 2-3 शहरों में कनेक्टिविटी और फ्लाइट बढ़ने से मांग तेजी से बढ़ी है।
सुविधाएं बढ़ने से बढ़ा किराया
उड़ानों की कमी के कारण इंडस्ट्री इस मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही है। सुविधाएं बढ़ने के कारण एयरपोर्ट अथॉरिटी डेवलपमेंट फीस बढ़ा रही है। इससे हवाई किराए में और बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन यात्रियों की संख्या पर इसका असर नहीं पड़ेगा।
त्योहारों के दौरान किराया और हो सकता है महंगा
इस तिमाही में किराया पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 20% अधिक है। थॉमस कुक के अनुसार, दिल्ली से चंडीगढ़ की उड़ानें 20% तक महंगी हैं। मुंबई से उदयपुर, गोवा और जयपुर के किराए में 13% तक की वृद्धि हुई है। बेंगलुरु से गोवा, चंडीगढ़, लेह और श्रीनगर के किराए में 5-11% की वृद्धि हुई है। किराए में और वृद्धि हो सकती है। इसका कारण यह है कि स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, ओणम और गणेश चतुर्थी सप्ताहांत के करीब हैं। इस दौरान भारी मांग पैदा हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानें औसतन 6% सस्ती हैं, भारत में 10%
दुनिया भर में यात्रियों की बढ़ती मांग के कारण एयरलाइंस उड़ानों की संख्या बढ़ा रही हैं। इससे टिकट की कीमतें कम हो रही हैं। हवाई यात्रा सस्ती हुई है, खासकर एशिया और यूरोप में। ट्रैवल ग्रुप फ्लाइट सेंटर के अनुसार, पिछले साल की तुलना में 2024 की पहली छमाही में किराए में 6% की गिरावट आई है। ऑस्ट्रेलिया से इंडोनेशिया के किराए में 18% की गिरावट आई है। ऑस्ट्रेलिया से यूरोप और अमेरिका के लिए हवाई किराए में 11% की गिरावट आई है। भारत में भी यही रुझान देखने को मिल रहा है। पहली छमाही में अंतरराष्ट्रीय हवाई किराए में औसतन 10% की गिरावट आई है।