CENTRE NEWS EXPRESS (8 AUGUST DESRAJ)
बांग्लादेश में शेख हसीना का तख्तापलट हो चुका है और वह अपनी जान बचाकर भारत की शरण लिए हुए हैं। इस बीच, हसीना सरकार के तख्तापलट से जुड़ी नई रिपोर्ट सामने आई है। बांग्लादेश के सैन्य अधिकारियों ने बताया कि शेख हसीना ने देश छोडक़र भागने से एक रात पहले सैन्य अफसरों की मीटिंग ली थी और दंगों को कुचलने के लिए प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के आदेश दिए थे। इस आदेश को सेना के अधिकारियों ने मानने से साफ इनकार कर दिया और सेना विद्रोहियों से जा मिली। सेना प्रमुख ने अपने जनरलों के साथ बैठक में इस बात का खुलासा किया।
नाम न छापने की शर्त पर दो सेवारत सैन्य अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया है कि सेना ने शेख हसीना के देशभर में सख्त कफ्र्यू लागू न करने और नागरिकों पर गोलियां नहीं चलाने की कसम खाई। अधिकारियों ने बताया कि शेख हसीना के लिए सेना का स्पष्ट संदेश था कि वे उनके साथ नहीं हैं। मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारी ने कहा कि संदेश स्पष्ट था कि हसीना को अब सेना का समर्थन नहीं रहा।
हमें मिलकर बनाना है लोकतांत्रिक बांग्लादेश
जेल से रिहा होने के बाद अपने पहले सार्वजनिक बयान में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने अपने साथी देशवासियों से भावुक अपील की है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का नेतृत्व करने वाली जिया ने नागरिकों से एक लोकतांत्रिक बांग्लादेश, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है, बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया। जिया ने बांग्ला में एक वीडियो संदेश में कहा कि हमें इस जीत से एक नया बांग्लादेश बनाना है, जहां युवा और छात्र हमारी उम्मीद होंगे। इसी बीच खालिदा जिया को नया पासपोर्ट दिया गया है। मंगलवार रात बीएनपी अध्यक्ष के निजी सचिव एबीएम अब्दुस सत्तार ने उनकी ओर से पासपोर्ट हासिल किया।