CENTRE NEWS EXPRESS (29 MARCH) DESRAJ
म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार (28 मार्च) को आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। अकेले म्यांमार में 140 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। सैंकड़ों लोग लापता हैं। 700 से अधिक लोग घायल हैं। एक अमेरिकी एजेंसी ने यहां 1000 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी है।
भूकंप के झटके म्यांमार, थाईलैंड और भारत सहित 5 देशों में महसूस किए गए। थाईलैंड में भी करीब 10 लोगों की मौत हुई है। बैंकॉक में इमारत ढहने से 9 लोगों की मौत हो गई। म्यांमार में लोग डरे हुए हैं। वहां रहे भारतीय स्वदेश लौट रहे हैं। बताया कि स्थिति अब सामान्य है, लेकिन सरकार ने आपातकाल लगा दिया है।
हर तरफ मलबे के ढेर और टूटी सड़कें
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने दावा किया कि मृतकों की संख्या 1,000 से अधिक है। ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार के मुताबिक, 5 शहरों और कई कस्बों में इमारतें गिरी हैं। दो प्रमुख पुल भी ढह चुके हैं। हर तरफ मलबे के ढेर, टूटी सड़कें और ढही इमारतें मौत का मंजर बयां कर रही हैं। अस्पतालों में जरूरतमंदों को खून नहीं मिल पा रहा।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
म्यांमार की राज्य प्रशासन परिषद ने बताया कि शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप आया था। इसमें करीब 144 लोग मारे गए हैं। 732 घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। यह आंकड़ा 1,000 तक पहुंच सकता है। म्यांमार की राज्य प्रशासन परिषद के अध्यक्ष वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने कहा, पी ताव में 96, सागाइंग में 18 और क्याउक्से में 30 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है।
इनफिनिटी पूल से अचानक गिरने लगा पानी
बैंकॉक से लौटे सफ़दर ने बताया कि भूकंप के समय मैं सड़क पर चल रहा था, तभी अचानक एक इनफिनिटी पूल से पानी गिरने लगा। लोग डर गए कि कहीं बिल्डिंग न गिर जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ घंटों के लिए सार्वजनिक परिवहन बंद कर दिया गया था। अब तो स्थिति में काफी सुधार है।
बैंकॉक से लौटे रंजन बनर्जी ने बताया कि स्थिति अभी सामान्य है, लेकिन हादसे के वक्त हालात बहुत गंभीर थे। मॉल और दफ़्तर खाली करवा दिए गए। मेट्रो रेल बंद कर दिया गया। डर के चलते लोग यहां वहां भाग रहे थे।



