Tuesday, December 16, 2025
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ट्रंप का भारत के साथ ‘गंदा खेल’: असीम मुनीर को अमेरिका ने आर्मी परेड डे पर बुलाया, अमेरिकी टॉप कमांडर ने पाक को आतंक के खिलाफ जंग में शानदार पार्टनर बताया

CENTRE NEWS EXPRESS (12 JUNE DESRAJ)

अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने आतंकवाद (Terrorism) के मुद्दे पर भारत (India) के साथ गंदा खेल खेला है। आतंकवाद के खिलाफ हमेशा कार्रवाई की बात करने वाला अमेरिका अपने फायदे (रक्षा कारोबार) के लिए आतंकवाद के पालक-पोषक पाकिस्तान की हिमायती कर रहा है। अमेरिका का दोहरा चरित्र इसी से समझा जा सकता है कि अमेरिका ने आर्मी परेड डे (US Army Parade Day) पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir ) को बुलाया है। मुनीर 14 जून को आयोजित अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लेंगे।

इस मामले में अमेरिका टॉप मिलिट्री कमांडर जनरल माइकल कुरीला (general kuril) ने साफ कहा है कि अमेरिका के लिए भारत और पाकिस्तान, दोनों जरूरी है। एक की कीमत पर दूसरे को नहीं छोड़ सकते है। अमेरिका का यह रूख भारत के लिए किसी झटके से कम नहीं है, वो भी जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत विभिन्न देशों में अपने डेलिगेशन भेजकर पाकिस्तान और आतंकवाद के रिश्ते को बेनकाब किया है।

पाकिस्तानी दूतावास के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस यात्रा को अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बदलते रिश्तों और वैश्विक शक्ति संतुलन के संदर्भ में बारीकी से देखा जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान पर अफगानिस्तान और भारत के खिलाफ सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दबाव डाला जा सकता है। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया था।

अमेरिका के टॉप मिलिट्री कमांडर जनरल माइकल कुरीला ने कबूल किया है। कुरीला ने साफ कहा है कि अमेरिका के लिए भारत और पाकिस्तान, दोनों जरूरी है। एक की कीमत पर दूसरे को नहीं छोड़ सकते है। कुरीला ने अपने देश की एक संसदीय (कांग्रेस) कमेटी के समक्ष उपस्थित होकर पाकिस्तान का गुणगान किया है। जनरल कुरीला के मुताबिक, 2024 के बाद से पाकिस्तान में अफगानिस्तान से सटे इलाकों में करीब एक हजार आतंकी हमले हुए हैं। ये हमले तालिबान शासन के डर से अफगानिस्तान से भागे ISI और दूसरे आतंकी संगठनों ने कराए थे। इन हमलों में पाकिस्तान के 700 सैनिक और 2500 नागरिकों की जान गई है। बावजूद इसके पाकिस्तानी सेना इन आतंकियों के खिलाफ लड़ रही है। अमेरिका की सेंट्रल कमांड ही पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लेकर खाड़ी देश और पूरे वेस्ट एशिया को देखती है।

ViaCNE
SourceCNE
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