CENTRE NEWS EXPRESS (27 JUNE DESRAJ)
अहमदाबाद हादसे के बाद से एअर इंडिया के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। कंपनी के लिए हर दिन कोई न कोई नई मुसीबत सामने आ रही है। ताजा मामला मुंबई से दिल्ली आ रही एक एअर इंडिया फ्लाइट का है। दरअसल फ्लाइट में उस समय हड़कंप मच गया जब एक क्रू मेंबर को केबिन में एक टिशू पेपर मिला, जिसमें विमान को बम से उड़ाने की धमकी लिखी हुई थी। इसके बाद बम स्क्वॉड और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। जांच के दौरान कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। इसके बाद इसे फेक न्यूज करार दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट नंबर 2954 के क्रू मेंबर को विमान में एक टिशू पेपर मिला। टिशू पेपर पर लिखा था- “Air India 2948 @ T3 में बम है”।मुंबई से दिल्ली की फ्लाइट को बम से उड़ा दिया जाएगा। विमान के चिथड़े उड़ने से बचा सकते हो तो बचा लो।
इसकी जानकारी मिलते ही तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया। दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को सुबह 4:42 बजे कॉल मिली, इसके बाद सुरक्षा जांच शुरू की गई। बम स्क्वॉड और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया और जांच के बाद इस कॉल को ‘हॉक्स’ यानी झूठी सूचना करार दिया गया।
बता दें कि इससे पहले बीते शनिवार को एअर इंडिया की बर्मिंघम (ब्रिटेन) दिल्ली आ रही एक उड़ान को बम की धमकी मिलने के बाद सऊदी अरब के रियाद शहर में डायवर्ट करना पड़ गया था। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की। एअर इंडिया ने अपने बयान में बताया कि विमान को सुरक्षित रियाद एयरपोर्ट पर उतारा गया और पूरी सुरक्षा जांच की गई। जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया।
एअर इंडिया प्लेन क्रैश की जांच में बड़ी सफलता, ब्लैक बॉक्स की मेमोरी हुई एक्सेस
12 जून को अहमदाबाद में क्रैश हुए एअर इंडिया की फ्लाइट हादसे की जांच कर रही एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को बड़ी सफलता मिली है। सरकार ने गुरुवार को बताया कि विमान के ब्लैक बॉक्स से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) को सुरक्षित निकाल लिया गया है, उनका डेटा डाउनलोड कर लिया गया है और अब इनका विश्लेषण शुरू कर दिया गया है। ये दोनों रिकॉर्डर विमान हादसों की जांच में सबसे अहम भूमिका निभाते हैं।
बता दें कि इस हादसे में 275 लोगों की जान गई थी। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की जान गई थी। प्लेन क्रैश में सिर्फ एक व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश ही जीवित बचे थे।



