CENTRE NEWS EXPRESS (23 JULY DESRAJ)
सावन का महीना शिवभक्तों के लिए अत्यंत पावन माना जाता है. इस समय हर शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ पर बेलपत्र चढ़ते हुए देखा जा सकता है. यह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी रखता है. बेलपत्र को संस्कृत में “बिल्व पत्र” कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है. मान्यता है कि इसे चढ़ाने से शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
स्वास्थ्य के लिए क्यों फायदेमंद है बेलपत्र? (Bael Benefits)
बेलपत्र सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं है, यह एक औषधीय पौधा भी है, जो शरीर को कई रोगों से बचाने में सहायक है. इसमें निम्न पोषक तत्व पाए जाते हैं:
- विटामिन A, B1, B6 और C
- कैल्शियम
- फाइबर
- एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण3
कौन लोग करें बेलपत्र का सेवन? (Bael Benefits)
1. डायबिटीज़ के मरीज़: बेलपत्र ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. सुबह खाली पेट बेलपत्र का रस पीना लाभकारी माना जाता है.
2. पाचन की समस्या वाले लोग: इसमें मौजूद फाइबर पेट साफ़ रखने में मदद करता है और गैस, कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है.
3. जिनकी इम्युनिटी कमजोर हो: बेलपत्र में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट इसे एक शानदार इम्युनिटी बूस्टर बनाते हैं.
4. स्किन और बालों की समस्या से परेशान लोग: बेलपत्र का सेवन त्वचा और बालों की सेहत सुधार सकता है, क्योंकि इसमें डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं।
सावधानियाँ (Bael Benefits)
- किसी भी हर्बल चीज़ की तरह, बेलपत्र का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए.
- गर्भवती महिलाएं या गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका सेवन करें.



