CENTRE NEWS EXPRESS (19 SEPTEMBER DESRAJ)
19 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में लगातार तीन दिनों से चल रही तेजी पर विराम लग गया. कमजोर ग्लोबल संकेतों और दिग्गज शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार दबाव में रहा. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 19 सितंबर को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला. शुरुआती मजबूती के बाद सेंसेक्स 380.35 अंक यानी 0.46% टूटकर 82,633.61 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं निफ्टी भी 102.20 अंक यानी 0.40% गिरकर 25,321.40 पर आ गया।
गिरावट की पहली वजह: मुनाफावसूली
लगातार तेजी के बाद निवेशकों ने आज प्रॉफिट बुकिंग को तरजीह दी. IT, FMCG और बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली हुई. खासतौर पर TCS, टाइटन, ICICI बैंक, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और HCL टेक जैसे ब्लूचिप शेयरों पर दबाव दिखा।
दूसरी वजह: चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी दबाव
अमेरिका ने ईरान के चाबहार पोर्ट को दी गई छूट को वापस लेने का ऐलान किया है. भारत इस पोर्ट को विकसित कर रहा है और यह रणनीतिक रूप से अहम है. अब 29 सितंबर से छूट खत्म हो जाएगी. विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला भारत पर दबाव बनाने की कोशिश है, जिसने निवेशकों की धारणा कमजोर की.
तीसरी वजह: ग्लोबल संकेत बिगड़े
एशियाई बाजार भी कमजोरी के साथ खुले. जापान का निक्केई 225, साउथ कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट लाल निशान पर थे. वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी सपाट कारोबार में रहे, जिससे भारतीय बाजार को कोई समर्थन नहीं मिला.
चौथी वजह: वोलैटिलिटी इंडेक्स चढ़ा
इंडिया VIX इंडेक्स 3.36% बढ़कर 10.22 पर पहुंच गया. VIX का चढ़ना बाजार में अनिश्चितता और गिरावट की आशंका को मजबूत करता है।
पांचवीं वजह: रुपये की कमजोरी (Share Market Down)
भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 7 पैसे टूटकर 88.27 पर आ गया. डॉलर की मजबूती और घरेलू इक्विटी की कमजोरी ने रुपये को और दबाव में डाल दिया.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स के मुताबिक, निफ्टी अभी 25,400–25,600 के दायरे में है. अगर निफ्टी 25,440 के ऊपर निकलता है तो तेजी 25,600 तक जा सकती है. लेकिन अगर यह 25,292 या 25,280 से नीचे जाता है तो गिरावट गहरी हो सकती है. फिलहाल, किसी बड़ी गिरावट के संकेत नहीं दिख रहे हैं.



