CDNTRE NEWS EXPRESS (5 OCTOBER DESRSJ)
अगर आपका कोई पुराना बैंक खाता, बीमा पॉलिसी या निवेश कई सालों से निष्क्रिय पड़ा है, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को घोषणा की कि देश के बैंकों और वित्तीय संस्थानों में करीब ₹1.84 लाख करोड़ रुपये ऐसे हैं, जिनका अब तक कोई दावेदार नहीं है।
सरकार ने तय किया है कि यह पैसा अब असली मालिकों या उनके परिवारों को वापस दिया जाएगा. इसके लिए ‘आपकी पूंजी, आपका अधिकार’ नाम से तीन महीने का विशेष अभियान शुरू किया गया है।
गुजरात के गांधीनगर में आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री सीतारमण ने इस राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की.
उन्होंने कहा कि इन पैसों में निष्क्रिय बैंक जमा, बीमा राशि, डिविडेंड, म्यूचुअल फंड, पेंशन और निवेश रिटर्न जैसी रकम शामिल है, जो वर्षों से बिना दावे के पड़ी हुई है.
वित्त मंत्री ने कहा- “यह केवल कागज पर लिखे आंकड़े नहीं हैं, बल्कि मेहनतकश भारतीय परिवारों की पूंजी है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा में मदद कर सकती है. हमारा प्रयास है कि हर भारतीय को उसका हक मिले.”
सरकार का फोकस: जागरूकता, पहुंच और कार्रवाई (3A मॉडल)
सीतारमण ने बताया कि यह अभियान ‘3A मॉडल’- Awareness, Accessibility और Action पर आधारित है.
- Awareness (जागरूकता): नागरिकों को बताया जाएगा कि वे अपनी या परिवार की लावारिस संपत्तियों का पता कैसे लगा सकते हैं.
- Accessibility (पहुंच): सरकार ने कई डिजिटल पोर्टल तैयार किए हैं, ताकि नागरिक अपने अनक्लेम्ड पैसों की जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकें.
- Action (कार्रवाई): दावा किए गए पैसों का निपटारा जल्द से जल्द किया जाएगा, ताकि लाभार्थियों को तुरंत राशि मिल सके.
कहां है यह पैसा और कैसे मिलेगा? (Unclaimed Money in Banks)
वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के अनुसार, ₹1.84 लाख करोड़ की यह राशि विभिन्न संस्थानों में बंटी हुई है:
- बैंकों में निष्क्रिय जमा राशि,
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास रखी रकम,
- और निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण कोष (IEPF) में जमा निवेश.
अगर आपका या आपके परिवार के किसी सदस्य का कोई पुराना खाता, बीमा, म्यूचुअल फंड या पेंशन स्कीम लंबे समय से निष्क्रिय है, तो आप जरूरी दस्तावेज लेकर संबंधित संस्था से संपर्क कर सकते हैं. जांच के बाद रकम सीधे आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी.



