CENTER NEWS EXPRESS (12 NOVEMBER DESRAJ)
सर्वधर्म ख्वाजा मंदिर के संस्थापक एवं अध्यक्ष तथा सूफ़ी इस्लामिक बोर्ड (SIB) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सूफ़ी राज जैन ने दिल्ली में ऐतिहासिक लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस हमले को अमानवीय, कायरतापूर्ण और इस्लाम एवं सूफ़ीवाद के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध बताया।
सूफ़ी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर ख़ान ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। जो लोग अपने राजनीतिक या वैचारिक हितों के लिए निर्दोषों का रक्त बहाते हैं, वे न तो इंसानियत के हक़दार हैं और न ही किसी धर्म के अनुयायी कहलाने के।
उन्होंने कहा कि सूफ़ीवाद का मूल संदेश ‘सुल्ह-ए-कुल’ अर्थात सबके साथ शांति और प्रेम है। सूफ़ी संतों ने हमेशा यह सिखाया है कि “ख़िदमत-ए-ख़ल्क़ ही ख़िदमत-ए-ख़ुदा है।”
डॉ. राज जैन ने कहा कि अल्लाह के 99 नामों में से कोई भी नाम हिंसा या जबरदस्ती का प्रतीक नहीं है, बल्कि प्रत्येक नाम करुणा, रहमत और इंसानियत की मिसाल है। किसी भी कारण से निर्दोषों का ख़ून बहाना न तो धर्मसंगत है और न ही नैतिक।
डॉ. सूफ़ी राज जैन ने हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा बलों और जांच एजेंसियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की माँग की।उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत उसकी विविधता और आपसी भाईचारे में निहित है। हमें मिलकर उन ताक़तों के खिलाफ एकजुट रहना होगा जो देश में नफ़रत और हिंसा फैलाना चाहती हैं।
डॉ. जैन ने कहा — देश में अमन, प्रेम और इंसानियत की लौ जलाए रखना ही सच्ची देशभक्ति है।
अंत में उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें, एकता और साम्प्रदायिक सौहार्द की रक्षा करें, और देश में मानवता का संदेश फैलाएँ।



