CENTRE NEWS EXPRESS (26 NOVEMBER DESRAJ)
सुबह के सौदों में भारतीय रुपये ने ऐसा मोड़ लिया, जिसकी उम्मीद बाजार ने नहीं की थी. वैश्विक स्तर पर डॉलर थोड़ा कमजोर दिखा और घरेलू शेयर बाजार की फुर्ती ने भी माहौल बदल दिया. नतीजा, रुपया अपने शुरुआती दबाव से उबरकर बुधवार को डॉलर के मुकाबले 2 पैसे मजबूत होकर 89.20 पर आ गया।
सुबह की गिरावट के बावजूद कैसे संभला रुपया?
फॉरेक्स डीलरों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार में विदेशी पूंजी की ताज़ा आमद ने रुपये को सहारा दिया. हालांकि कच्चे तेल के दाम चढ़ने से हल्का दबाव बना रहा, फिर भी मार्केट सेंटिमेंट रुपये के पक्ष में झुक गया।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में दिन की शुरुआत रुपये ने 89.24 से की. थोड़ी देर के लिए यह 89.26 तक भी कमजोर हुआ, लेकिन जल्द ही रफ्तार पकड़ते हुए 89.20 पर स्थिर हो गया, जो पिछले क्लोजिंग लेवल से 2 पैसे बेहतर है. मंगलवार को भारतीय करेंसी 6 पैसे टूटकर 89.22 पर बंद हुई थी।
डॉलर का मूड भी रुपये के फेवर में (Rupee vs Dollar)
डॉलर इंडेक्स, जो दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत मापता है, 0.02% फिसलकर 99.56 पर आ गया. डॉलर में यह नरमी रुपये के लिए राहत साबित हुई।
उधर कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में फिर महंगा हुआ है. ब्रेंट क्रूड फ्यूचर 0.40% बढ़कर 62.70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है, जिससे रुपये पर हल्का दबाव बना रह सकता है।
स्टॉक मार्केट उत्साहित और इसका असर रुपये पर भी
घरेलू बाजार की शुरुआत भी जोश से हुई. सेंसेक्स 171.19 अंक (0.20%) चढ़कर 84,758.20 पर, निफ्टी 73.20 अंक (0.28%) बढ़कर 25,958.00 पर पहुंच गया. स्टॉक मार्केट की यह मजबूती रुपये को सीधे सपोर्ट देती है.
एफआईआई की खरीदारी ने डाला सकारात्मक असर
एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को 785.32 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. लगातार विदेशी निवेश का यह प्रवाह रुपये पर भरोसा बढ़ाने वाली अहम वजह बन रहा है।



