सैंटर न्यूज़ एक्सप्रेस (देसराज)
पंजाब में किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 22 वर्षीय शुभकरण सिंह कर्ज तले डूबा हुआ था। परिवार ने खराब आर्थिक हालत के कारण जमीन भी बेची थी। शुभकरण के परिवार पर 10 लाख रुपये का कर्ज है। दो बहनों के इकलौते भाई शुभकरण की मां का निधन हो चुका है। पिता वैन ड्राइवर हैं। सात साल की उम्र में शुभकरण की मां की मौत हो गई थी। शुभ दोस्तों के साथ 13 फरवरी को खनौरी गया था।
पोस्टामार्टम के बाद की जाएगी FIR
शुभकरण बीकेयू (एकता सिद्धूपुर) समूह का मेंबर था। सीएम भगवंत मान ने कहा है कि पोस्टमार्ट रिपोर्ट के बाद मामला दर्ज किया जाएगा ताकि पूरी जांच शुरू की जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिम्मेदार लोगों पर उचित कार्रवाई हो।
घरवालों का कहना है कि शुभकरण सिंह, किसानों और पुलिस के बीच हो रहे गतिरोध की जगह से करीब 500 गज पहले खेतों में खड़ा था जब उसे गोली लगी। गोली लगने के बाद शुभ को स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया। बाद में उन्हें पटियाला के रजिंदरा अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
परिवार में अकेला कमाने वाला था शुभकरण
दसवीं पास शुभकरण सिंह अकेला परिवार में कमाने वाला था। वह चाचा के साथ मिलकर खेती करता था। परिवार के पास दो एकड़ जमीन थी। वह लीज पर 15 एकड़ ज़मीन लेकर खेती कर रहा था।