सेंटर न्यूज एक्सप्रेस (देसराज)
शंभू खनौरी बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। महिला दिवस पर हजारों की संख्या में बॉर्डर पर महिलाएं भी पहुंची। इससे किसान आंदोलन को और बढ़ावा मिला। 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत है। जिसे किसान मजदूर महापंचायत का नाम दिया गया है। लेकिन उससे पहले 10 मार्च को देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन 4 घंटे तक किया जाएगा।
इस बारे में मोर्चे के प्रमुख सरवन सिंह पंधेर ने जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब के 22 जिलों में किसान ट्रेनों का चक्का जाम करेगें। महापंचायत के बाद अगर उनका कोई हल नहीं निकलता है तो जत्थेबंदियों के साथ मिलकर फैसला लिया जाएगा कि ट्रेनों के पहिए कब तक जाम किए जाएं।
दूसरे राज्य में भी किसान आंदोलन हुआ तेज
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, पश्विम बंगाल, केरल, कर्नाटका और तेलांगना में भी किसान आंदोलन तेज हो गया है। जहां किसानों को नजरबंद किया जा रहा है और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा रहा है। मोदी सरकार कह रही है कि ये आंदोलन केवल पंजाब का है। लेकिन कल रविवार को रेल रोको आदोलन के दौरान सभी को पता चल जाए कि ये आंदोलन केवल पंजाब का ही नहीं, बल्कि पूरे देशा का है। पंधेर ने सभी किसानों और महिलाओं को अपील की है कि रविवार को इस आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें।
केवल फाटकों पर ही दिया जाए धरना
पंधेर ने कहा कि किसानों से अपील है कि धरना केवल रेलवे स्टेशनों और फाटकों पर ही दिया जाए। इससे किसी का नुकसान नहीं होगा। अगर रेलवे ट्रैक पर देते हैं तो ट्रेन के कारण जान भी जा सकती है। इसलिए धरने के दौरान पूरी एहतियात बरती जाए। इसलिए अपील है कि केवल रेलवे स्टेशन और फाटक पर ही ट्रेनो को रोका जाए। इसलिए सभी देशवासियों से अपील है कि वह सहयोग करें। लोगों से भी अपील है कि 12 बजे से लेकर 4 बजे तक ट्रेनों में सफर न करें तो बढ़िया रहेगा।
23 फसलों पर मांग रहे एमएसपी
सरवन सिंह पंधेर ने वीडियो में कहा कि केंद्र सरकार से मांग करते आ रहे हैं कि 23 फसलों पर रेट का ऐलान कर दे और एमएसपी की गारंटी दे। जो रेट केंद्र सरकार ऐलान करेगी। उससे नीचे किसी भी किसान की फसल न बिक सके और न ही कोई बेच सके। सीटू 50 के तहत फसलों का भाव तय हो। लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर आजतक किसानों को इंसाफ नहीं मिल पाया है। अगर शहीदों का इंसाफ लेना है और शहीद शुभकरण की शहादत का इंसाफ लेना है तो सभी को आगे आना होगा और आंदोलन का हिस्सा बनना होगा।
खनौरी बॉर्डर पर गोली कांड में अधिकारियों पर हो कारवाई
पंधेर ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर जिन अधिकारियों ने हरियाणा सरकार के आदेशों पर गोली चलाई है। उन पर कारवाई होनी चाहिए। इस दिन ड्यूटी पर एसडीएम और ड्यूटी मेजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मचारी व फोर्स के जो लोग मौजूद थे। उन पर बायनेम पर्चा होना चाहिए। इस बारे में सभी को पता है।
सुनील जाखड़, बाजवा, कैप्टन अमरिंदर सिंह इस्तीफा दे
पंधेर ने पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़,अश्विनी शर्मा, फतेचंद सिंह बाजवा, भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को कहा कि अगर जमीर जागती है तो इस्तीफा देकर बाहर आ जाओ। अगर किसी तरह का फर्क नहीं पड़ता, आपके के लिए विधायक/सांसद की सीट मायने रखती हैं तो इसका लोग अपने आप फैसला कर लेंगे। मनजिंदर सिंह सिरसा कहते थे कि किसानों के साथ हैं, लेकिन अब बता दें कि किसके साथ हैं। किसानों को सीधी गोलियां मारने वालों के साथ हैं ? जिन्होंने 500 किसान-मजदूर को जख्मी किया उनके साथ हो ? जिन्होंने हरियाणा में 70 हजार अर्धसैनिक बल तैनात किया उनके साथ हो ?
ट्रैक्टर ट्रॉलियां रोकना तो बहाना था, पैदल भी नहीं जाने दिया गया
सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉलियां रोक दी ताकि वह दिल्ली जंतर मंतर न जा सकें। जब पैदल मार्च, बसों व ट्रेनों से किसान दिल्ली पहुंचे तो भी उन्हें जंतर मंतर तक नहीं पहुंचने दिया गया। इससे प्रधान मंत्री की मंशा पता चल गई। केंद्र सरकार को पता है कि किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए मोर्चा पक्का लगा दिया गया है और किसी भी हालत में पीछे नहीं हटेगें।
इन जिलों में रोकी जाएगीं ट्रेनें
अमृतसर में देवी दास,रैया, कत्थू नंगल, जयंतीपुर, कोटलां गुज्जर, जहांगीर, पंधेर फाटक, तरनतारन खडूर, पट्टी, गुरदासपुर रेलवे स्टेशन, भंगाला, बटाला, फतेहगढ़ चुढ़ियां, होशियारपुर, टांडा, जालंधर कैंट स्टेशन, फिल्लौर, फगवाड़ा, कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी, फिरोजपुर, बस्ती टैंटा वाली गुरु हरसरराए, मक्खू, फरीदकोट स्टेशन, जैतों, मोगा स्टेशन, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा, मलेरकोटला, अहमदगढ़, मानसा, सुनाम, शंभू, मोहाली, पठानकोट दीनानगर, लुधियाना में समराला, मुल्लांपुर जगराओं, रोपड़।