CENTRE NEWS EXPRESS(24 MARCH)
भारत सरकार ने कनाडा स्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला के ठिकाने की जानकारी कनाडा सरकार को देते हुए उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चिक करने को कहा है। आपको बता दें कि दल्ला के खिलाफ भारत में दर्ज मामलों की जांच एनआई कर रहा है। वह कई मामलों में वांटेड है। भारतीय एजेंसियों ने उसे भगोड़ा घोषित किया था।
भारतीय एजेंसियों ने कुछ तस्वीरों के साथ उसकी कार और वर्तमान पते की सटीक जानकारी कनाडा की सरकार को दी है। सूत्र ने कहा, ”एनआईए ने गृह मंत्रालय के माध्यम से विदेश मंत्रालय (एमईए) से संपर्क किया। इसके बाद दिल्ली स्थित दूतावास के माध्यम से कनाडा की सरकार से संपर्क किया गया और दल्ला को अस्थायी तौर पर गिरफ्तारी करने के लिए कहा है।” सूत्र ने बताया कि पुख्ता सबूत देने के बाद भी कनाडा की सरकार के द्वारा अर्श दल्ला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कनाडा दूतावास को भेजी गई क्वेरी का भी कोई जवाब नहीं मिला है।
2020 तक दल्ला पंजाब स्थित गैंगस्टरों के साथ काम कर रहा था। बाद में वह कनाडा चला गया जहां उसने केटीएफ प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के साथ काम करना शुरू कर दिया। वह निज्जर के लिए आतंकी मॉड्यूल चलाना शुरू कर दिया।
आपको बता दें कि आतंकवादी निज्जर को पिछले साल 18 जून को एक गुरुद्वारे के परिसर में अज्ञात हमलावरों ने मार डाला था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जघन्य अपराधों में उसकी संलिप्तता पाए जाने के बाद पिछले साल 9 जनवरी को दल्ला को आतंकवादी घोषित किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दल्ला आतंकी गतिविधियों के अलावा हत्या, जबरन वसूली और टारगेट किलिंग जैसे जघन्य अपराधों में शामिल है। वह आतंकियों को वित्तीय मदद देने के साथ-साथ पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में भी शामिल है।” निज्जर की हत्या के बाद दल्ला केटीएफ के सभी ऑपरेशन संभाल रहा है। वह भारत में कुछ और हत्याओं को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है।
दल्ला ने भारत में अपना ऑपरेशन जारी रखा है। पिछले साल सितंबर में कांग्रेस नेता बलजिंदर सिंह बल्ली की पंजाब के मोगा में उनके घर पर उनके दो सहयोगियों के साथ गोली मारकर हत्या कर दी थी। बल्ली की हत्या के कुछ घंटों बाद मोगा के डाला गांव के निवासी दल्ला ने फेसबुक पर इसकी जिम्मेदारी ली।