CENTRE NEWS EXPRESS (DESRAJ)
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 13 अप्रैल को हुई किशोरी की हत्या के मामले मे प्रेमी साहिम ही कातिल निकला। परिवार के लोगों ने सिपाही राजकुमार को नामजद कराया था। उसकी नामजदगी जांच मे गलत निकली. पुलिस ने नाबालिग के प्रेमी साहिम को अरेस्ट किया तो उसने कत्ल की वजह भी पुलिस को बता दी।

जानकारी के अनुसार 16 साल की लड़की शीरी के माता-पिता नेपाल में मजदूरी करते हैं। लड़की अपने दादा के घर पर रहकर पढ़ती थी। उसकी दोस्ती गांव के ही साहिम से थी। लड़की ने मिलने के लिए साहिम को अपने घर बुलाया था। साहिम के मुताबिक “आधी रात वह दिए गए समय से एक घंटा पहले अपनी प्रेमिका के घर पहुंच गया था। जहां उसके जाते ही लड़की के कमरे में पहले से ही दो लड़के मौजूद थे। उसे देखते ही दोनों लड़के भाग गए. लड़के कौन थे?? इसके बारे में लड़की ने कुछ नहीं बतायां। मुझे लगा की शीरी डबल क्रॉस कर रही है। इस बात पर दोनों मे विवाद हुआ। ऐसे में उसने लड़की की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को उसके बिस्तर पर ऐसे ही लिटा दिया. जैसे वह सो रही हो।
पहले इस मामले में सिपाही राजकुमार पर शक जताते हुए एफआईआर हुई थी। सिपाही उसकी एक फ्रेंड का दोस्त था। मगर जांच में सिपाही बेकसूर निकला. फिलहाल लड़की का प्रेमी को जेल भेज दिया गया है।



