Tuesday, December 16, 2025
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झारखंड में 8 नक्सली ढेर, सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक करोड़ इनामी विवेक दस्ते को भी मार गिराया

CENTRE NEWS EXPRESS (21 APRIL DESRAJ)

झारखंड के बोकारो में सोमवार की सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की संयुक्त टीम ने इस कार्रवाई में 8 नक्सलियों को मार गिराया है. मुठभेड़ अभी भी जारी है, और कई नक्सलियों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है। मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित नक्सली विवेक भी शामिल है। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के पास से एक SLR, दो इंसास राइफल और एक पिस्टल बरामद की है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक आधिकारिक बयान में जानकारी दी है कि उन्होंने झारखंड के बोकारो जिले के ललपनिया क्षेत्र में राज्य पुलिस के साथ मिलकर एक अभियान चलाया, जिसमें चार नक्सलियों को मार गिराया गया. इस मुठभेड़ के दौरान जवानों ने एक एसएलआर और एक इंसास राइफल भी बरामद की है. फिलहाल, जवानों के घायल होने की कोई सूचना नहीं है, और गोलीबारी का सिलसिला जारी है.

CRPF के एक अधिकारी के अनुसार, बोकारो के लालपनिया क्षेत्र में लुगु हिल्स में सुबह लगभग 5:30 बजे 209 कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (CoBRA) के जवान एक ऑपरेशन में जुटे थे, तभी नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. जवानों ने तत्परता से जवाबी कार्रवाई की और इस मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मार गिराया।

इन दिनों देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार एनकाउंटर की घटनाएं बढ़ रही हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में सभी छिपे हुए नक्सलियों से अपील की कि वे जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा में लौटें. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद के संकट से देश को मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.

शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि छिपे हुए नक्सलियों से मेरी अपील है कि वे मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर हथियार डालें और समाज में शामिल हों. हम नक्सलवाद के प्रभाव से देश को मुक्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.

गृहमंत्री ने उल्लेख किया कि नक्सलवाद अब केवल भारत के चार जिलों तक सीमित रह गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि 31 मार्च 2026 तक इस समस्या का समाधान हो जाएगा. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और विशेष रूप से सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है.

ViaCNE
SourceCNE
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