CENTRE NEWS EXPRESS (22 JUNE DESRAJ)
ईरान-इजरायल जंग (Iran-Israel War) में अब अमेरिका भी खुलकर शामिल हो गया है। अमेरिकी सेना ने रविवार (22 जून) को भारतीय समयानुसार सुबह 4.30 बजे ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट्स पर बड़ा हमला किया। अमेरिका ने ईरान की तीन बड़ी परमाणु साइट्स – फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सफलतापूर्वक हवाई हमला किया। इस हमले में ईरान के तीनों न्यूक्लियर साइट्स पूरी तरह बरबाद हो गए। ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने खुद इसकी पुष्टि की है। ईरान पर हमला करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक तरफ तो शांति का राग अलापा। साथ ही एक बार फिर ईरान को धमकी भी दे डाली। ट्रंप का ये अपील ‘सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को’ वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है।
साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सख्त चेतावनी दी कि अगर वह अपनी गतिविधियां नहीं रोकता है तो अमेरिका दोबारा हमला करेगा। ट्रंप ने एक फोन कॉल में एजेंसी से कहा, “ईरान को तुरंत रुकना चाहिए नहीं तो अगली बार फिर हमला किया जाएगा।यह बयान अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले के बाद सामने आया है, जिससे क्षेत्र में पहले से चल रहा तनाव और गहरा गया है।
रूस और चीन भी युद्ध में कूद सकते हैं
वहीं ईरान-इजराइल युद्ध में अमेरिका के कूदने से विश्व युद्ध का एक बार फिर से अंदेशा बढ़ गया है। अमेरिका के बाद युद्ध में रूस और चीन के शामिल होने का भी रास्ता खुल गया है। रूस और चीन ईरान का साथ देने के लिए युद्ध में कुद सकते हैं। अमेरिका ने इजरायल का साथ देते हुए ईरान पर हमला किया है। जबकि ईरान का साथ देने के लिए रूस और चीन भी युद्ध में कूद सकते हैं। इससे स्थिति और भी अधिक विकट हो सकती है।
हवाई हमलों के बाद ईरान ने अमेरिका को दी धमकी
इधर अमेरिकी हवाई हमलों के बाद ईरान के सरकारी टीवी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब क्षेत्र में मौजूद हर अमेरिकी नागरिक या सैन्यकर्मी ईरान के टारगेट पर हैं। द ईरान की सरकारी टीवी (IRIB) पर एक एक्सपर्ट ने कहा है कि अब हर अमेरिकी नागरिक और सैनिक जो इस इलाके में है वह हमारे निशाने पर हैं। टीवी चैनल पर मिडिल ईस्ट में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों का नक्शा भी दिखाया गया। कमेंटेटर ने कहा, “तुमने शुरुआत की है, अब इसे खत्म हम करेंगे। यह बयान अमेरिका की ओर से बंकर बस्टर बम के इस्तेमाल के जवाब में आया है, जिससे क्षेत्र में हालात और अधिक गंभीर होने की आशंका जताई जा रही है।
अमेरिका का हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघनः AEOI
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) ने पुष्टि की है कि फोर्डो, नतांज और इस्फहान सहित देश के तीन परमाणु ठिकानों पर दुश्मन ने हमले किए हैं। संगठन ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी (IAEA) पर उदासीनता और मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि ये हमले उस संस्था की निगरानी में हुए, जो परमाणु गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी निभाती है। ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इन हमलों की कड़ी निंदा करने की अपील की है और स्पष्ट किया कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम के विकास को किसी भी कीमत पर रुकने नहीं देगा।



