Centre News Express(4 APRIL)
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मतभेद भुलाते हुए कहा है कि पहले कुछ भी हुआ। लेकिन वे गहलोत के पुत्र के लिए सौ फीसदी प्रचार करेंगे। गहलोत के पुत्र वैभव जालोर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
2020 में सामने आए मतभेदों और गहलोत के ‘निकम्मा-नकारा’ कहने को लेकर पायलट ने कहा कि जवाब देने के लिए उन्हें उकसाया गया, लेकिन मैंने शब्दों में गरिमा रखी और आगे बढ़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि वे गर्व से कह सकते हैं कि उन्होंने कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जो किसी सार्वजनिक शख्सियत के लिए अशोभनीय हों, कभी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जो अपमानजनक हो, क्योंकि बचपन से ही मुझमें निहित मूल्य प्रणाली ने सम्मान करना सिखाया है. परिस्थितियां कुछ भी रही हों।
पायलट ने पिछले साल दिल्ली में हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि जब वे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व एआईसीसी प्रमुख राहुल गांधी के साथ बैठे थे। तब उन्हें माफ करने, भूलने और आगे बढ़ने के लिए कहा गया था। वैसा ही किया, यही पार्टी और राज्य के लिए समय की जरूरत थी।
पायलट ने स्वयं के और गहलोत व गोविंद डोटासरा के चुनाव नहीं लड़ने को लेकर कहा कि यह निर्णय सीईसी का होता है। इस चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी और उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन के साझेदारों को सरकार बनाने के लिए बहुमत मिलेगा।