CENTRE NEWS EXPRESS (13 OCTOBER DESRAJ)
देश की टॉप ब्रोकरेज कंपनियों के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की सितंबर तिमाही (Q2) किसी झटके से कम नहीं रही. सिर्फ तीन महीनों में करीब 26 लाख एक्टिव क्लाइंट्स ने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स से दूरी बना ली. सबसे बड़ा नुकसान उन फर्मों को हुआ है जो पिछले कुछ सालों में डिस्काउंट ब्रोकिंग की ताकत बनकर उभरी थीं, Groww, Zerodha, Angel One और Upstox.
इन चार दिग्गजों को ही 75% से ज्यादा एक्टिव यूजर्स ने अलविदा कह दिया, जो आने वाले समय में इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल और मार्केट ट्रस्ट पर बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है.
सिर्फ 9 महीनों में 50 लाख यूजर्स ने छोड़ा साथ! (Groww and Zerodha Lost Clients)
2025 की शुरुआत से अब तक 50 लाख से अधिक एक्टिव क्लाइंट्स ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म्स से बाहर हो चुके हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा केवल Q2 (जुलाई–सितंबर 2025) में ही बाहर हुए हैं.
किसे लगा सबसे बड़ा झटका? आंकड़े चौंकाने वाले हैं:
Groww: 6.73 लाख एक्टिव क्लाइंट्स ने किया किनारा. सबसे ज्यादा नुकसान इसी प्लेटफॉर्म को हुआ.
Zerodha: 5 लाख यूजर्स ने छोड़ा साथ. नितिन और निखिल कामत की इस कंपनी को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है.
Angel One: 4.34 लाख क्लाइंट्स की कटौती दर्ज की गई.
Upstox: करीब 3 लाख एक्टिव यूजर्स कम हुए।
बाकी ब्रोकरेज हाउस भी चपेट में (Groww and Zerodha Lost Clients)
| ब्रोकरेज फर्म | क्लाइंट लॉस (Q2 FY26) |
|---|---|
| m.Stock (Mirae Asset) | 1.3 लाख+ |
| HDFC Securities | 61,000+ |
| Motilal Oswal | 59,000 |
| Sharekhan | 59,000 |
| PhonePe | 58,000 |
| Kotak Securities | 49,000 |
| 5Paisa | 26,400 |
क्लाइंट्स का पलायन क्यों हो रहा है? (Groww and Zerodha Lost Clients)
1. बाज़ार की गिरावट ने तोड़ा भरोसा
- जनवरी से सितंबर 2025 तक सेंसेक्स में 4% और निफ्टी 50 में 3.6% की गिरावट.
- मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में क्रमशः 4.2% और 4.6% की कमजोरी.
- IPO मार्केट में लिस्टिंग के बाद बिकवाली और कमजोरी का दबाव.
2. कमजोर रिटर्न और एफआईआई की भारी बिकवाली
- विदेशी निवेशक लगातार फंड्स निकाल रहे हैं.
- कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों से छोटे निवेशकों का सेंटिमेंट टूटा है.
3. अंतरराष्ट्रीय तनाव और अस्थिरता
- जियोपॉलिटिकल टेंशन और वैश्विक व्यापार युद्ध ने अनिश्चितता बढ़ाई है.
- निवेशकों का रुझान गोल्ड और डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स की ओर शिफ्ट हो रहा है.
कुछ प्लेटफॉर्म्स ने बचाई साख (Groww and Zerodha Lost Clients)
| ब्रोकरेज फर्म | क्लाइंट्स जोड़े गए |
|---|---|
| Paytm Money | 51,000+ |
| SBICAP Securities | 44,000 |
| Aditya Broking | 28,600+ |
| ICICI Securities | 27,000 |
| Choice Equity | 21,400 |
क्या है आगे की रणनीति? (Groww and Zerodha Lost Clients)
विशेषज्ञों का मानना है कि डिस्काउंट ब्रोकिंग मॉडल अब उस मोड़ पर है, जहां सिर्फ सस्ते चार्ज नहीं, बल्कि इनोवेशन, डेटा सिक्योरिटी और यूजर ट्रस्ट अहम भूमिका निभाएंगे.
अगर मार्केट में अस्थिरता बनी रही, तो आने वाले समय में और क्लाइंट लॉस की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
“डिस्काउंट ब्रोकिंग का दौर शिखर पर पहुंच चुका था, लेकिन अब उसे टिके रहने के लिए खुद को नया रूप देना होगा.”
“सिर्फ ऐप के डिजाइन और चार्जेस नहीं, अब असली बैटल भरोसे की होगी.”



